- अरुणा जो अमेरिका में रहती है , उसके अनुसार........... हर वो नागरिक जो खूब सारा उम्मीद लेखर अमरीकी ज़मीन पर आते है, उन्हें रियल इस्टेट के दाव बहुत बड़ी मुसीबत खड़ा करती है। ज़मीन और घर का दाव, आसमान चूने को आया है। वहां इंसान जो भी कमाता है, उसकी आधी पूँजी उसी ज़मीन पर खर्च हो जाती है।
- सीमा जो अभी कुच्छ दिन पहले ही दुबई से वापस कोच्ची में रहने लगी हे, उनके अनुसार.........पहले उन्हें कोच्ची की यातायात और ट्रैफिक बहुत सताती थी। मगर अब आदत सी हो गयी है।
आपकी क्या कहानी है ,मुझे लिख कर बताईये । आपके सुचाव का इंतज़ार रहेगा।
1 comment:
ye kya punishment hain bhagwan ......pata hain chitraji....mein yeh padne mein ithna waqt lagaaya....hum paanch hindi classes bunk karte dhe...dekho isiliye abhi mushkil mein guss gaya ;)
Post a Comment